आश_Hope

बहुरेंगे सब गम के बादल,
खुशी की बारिश आएगी
बरसों रहा जो मन उदास,
उसमें चहचहाहट छाएगी ।

करवटों में गुज़री कितनी रातें ,
दिन कितने सूनसान  हुए
आंखों में बेसब्री लेकर
ज़िंदा जैसे लाश हुए ।

कविता-poetry-dixit-murad
Hope 


चलते फिरते राहों में बस,
उपायों का ही मंथन होता
तन ही बस जो चलता फिरता,
मन तो जैसे शून्य हुआ ।

फिर भी हरदम लगा रहा वो,
मरहम की खोज में
थोड़ी खीझ ,बहुत विश्वास
उस 'अदृश्य विरासत' में,
उस 'अदृश्य विरासत' में ।
क्योंकि,,,

बहुरेंगे सब गम के बादल,
खुशी की बारिश आएगी
बरसों रहा जो मन उदास,
उसमें चहचहाहट छाएगी,
उसमें चहचहाहट छाएगी ।।


                                                   
                                               आलोक ,,,,



Comments

  1. शानदार जबरजस्त ज़िंदाबाद

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  2. SANDAR ZINDABAD ZABARDAST bahurenge sab gam ke badal KHUSI KI BARIS AYEGI KHUSI KI BARIS AYEGI

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  3. Shukriya bhai 😀🤘,,, ekdum bahurenge bhai 🤘

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