तुम




मेरे ख्वाबों की कल्पना का आयाम हो तुम
अपार,असीमित भावनाओं का नाम हो तुम
दीपक रूपी मन में जलने वाली लौ हो तुम
तपते रेगिस्तान में चिर काल तक,
रहने वाली ओस हो तुम |


कविता-ISRO-TRAFFIC-RULE
Tum 



इस आत्मा को परमात्मा से मिलाने वाली राह हो तुम
खुदा की हर इबादत में शरीक होने वाली दुआ हो तुम
मोहब्बत को पाक करने वाली चाहत हो तुम
पत्थरों में एहसास जगाने वाला स्पर्श हो तुम ।


मनु को  भगवान बनाने वाली श्रृद्धा हो तुम
 किसी स्वप्न के साकार होने का आभास हो तुम
किसी जीत के पहले का विश्वास हो तुम
इसीलिये मेरी धड़कन का नाम हो तुम |



....आलोक 

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