चाह


corona-chaah-love-delhi


जीवन चाहे हो सूरजमुखी जैसा,
या हो रातरानी समान ,
दोनों  में अपने लम्हे जीने  का है , गुण अपार
है संज्ञान उन्हें बखूबी , 
वो लम्हा बस एक पहर समान
अगले पल होगा संकट महान ,

जब न होगी लालिमा, न पहर रजनी समान 
जीते हैं, इंतज़ार करते हैं, शिद्द्त से 
चाहे हो वो लालिमा, 
या पहर रजनी समान ।

corona-chaah-love-delhi
चाह 


आलोक... 

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